Naturopathy

  • Is a science of health believes in natural way of Healing.

प्राकृतिक चिकित्सा का ज्ञान बहुत गहरा हैं। आज भी लोग बिना आयुर्वेद को जानें ही प्राकृतिक चिकित्सा के तहत चिकित्सा को करना शुरू कर देते है।

Our body is constantly detoxified everyday through sweating ,breathing, passing urine and stool and sometimes voimitting and diarrhea.

Detoxification –happens—at cellular level –tissue level-organ level—level of whole body

Naturopathy assists this process of Natural Detoxification via. Its different modalities of treatment .

I.e- as fasting , diet ,organic food ,sweating ,cold and hot treatments ,mud therapy, sun bath and  massage for correcting the imbalance for humours and restoration of health.

The Ayurvedic Panchkarma therapy goes one step ahead and deals with the impacted humours in the deeper level of various tissues.  

-हमारा शरीर पांच महाभूत – पृथ्वी ,जल , वायु  ,तेज ,आकाश से बना है। पांचों अग्नियां विकृत होने पर हम उसी के अनुसार चिकित्सा की व्यस्था रखते है। जैसे:- १) पृथ्वी अग्नि विकृत होने पर मिटटी से इलाज करते है।

२)जल अग्नि के विकृत होने पर जल से चिकित्सा करते है।

३) तेज अग्नि विकृत होने पर अग्नि चिकित्सा की जाती है।

४) वायु अग्नि कमजोर होने पर हवा से इलाज किया जाता है।

५) आकाश अग्नि कमजोर होने पर लंघन चिकित्सा से इलाज किया जाता है।

इसलिए प्राकृतिक तरीके से खायी गयी मिटटी , पानी, धुप ,हवा ,सब रोगों की दवा है क्योँकि शरीर में 13 प्रकार की अग्नियां कार्य करती है। सभी का अपना विशेष महत्व है परन्तु सबसे मुख्य जब ‘जठराग्नि’ विकृत होती है तो अन्य अग्नियों के विकृत होने से शरीर में 140 प्रकार के रोगों की उत्पत्ति शरीर में हो जाती है। इस प्रकार से यदि रोगों की उत्पत्ति के मूल कारण की चिकित्सा कर दी जाये तो रोगों को समूल नष्ट किया जा सकता है चाहे आधुनिक शास्त्र में उन्हें असाध्य ही क्यों न कह दिया हों।

Courses

Earth (Prithvi Mhabhuta)- Mud Therapy

 Water (Jala Mhabhuta)- Hydro Therapy

Fire (AgniMhabhuta)- Helio/Sun Therapy

Air (Vayu Mhabhuta )- Air Bath Therapy

Space (Akash Mhabhuta)- Fasting Therapy